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User: Priyanka
मुबारक हो तुम्हे नववर्ष का महिना,
चमको तुम जैसे फागुन का महिना।
पतझड़ ना आये तेरी जिन्दगी
में यही हैं दोस्त अपनी तम्मना।
नये बरस की पहली घड़ी हैं, उम्मीद की नाव किनारे
आने लगी हैं, मन से एक दुआ निकली हैं,
यह धरती जो हम को मिली हैं। या रब अब तो
रहमत का साया कर दे, के ये धूप में बहोत जली हैं।
गुलों की शाख से खुशबू चुरा के लाया हैं,
गगन के पाँव से घुंघरू चुरा के लाया हैं।
थिरकते कदमो से आया हैं आज नया साल
जो की तुम्हारे वास्ते खुशियाँ चुरा के लाया हैं।
नयी उम्मीदों से भरा यह नया साल मुबारक हो,
ख़ुशी की मस्तियों के यह चाल मुबारक हो।
तुम्हारे ख्वाब सभी इस बरस में पुरे हो
दुआएं दिल से तुम्हे, यह साल मुबारक हो।
ये साल हमारी किस्मत को कुछ नए ढंग से आंकेगा,
ये साल हमारी हिम्मत में कुछ नए सितारे टाँकेगा।
इस साल अगर हम अंदर से दुःख की बदली को हटा
सके तो मुमकिन हैं इसी साल हम सबमें सूरज झांकेगा।
देखो नूतन वर्ष हैं आया, धरा पुलकित हुई गगन
मुस्काया। किंचित चिंताओं में डूबा कल ढूँढ़ ही
लेगा नया वर्ष कोई हल देखो नए साल का
पहला पल क्षितिज के उस पार हैं उभर आया।
शाखों पर सजता नये पत्तों का श्रृंगार,
मीठे पकवानों की होती चारो तरफ बहार।
मीठी बोली से करते, सब एक दूजे का दीदार
खुशियों के साथ चलो मनाये नव वर्ष इस बार।
गणेश हरैं सब विघ्न आपके लक्ष्मी बैठैं दोनों हाथ।
खुशियाँ आपके सदाँ कदम चूमैं तरक्की हो दिन रात।
कान्हा आपको दें कामयाबी राधारानी दें आपको प्यार।
नव वर्ष यह सब दे आपको यही दुआ हैं मेरी आज।
ये साल अगर इतनी मोहलत दिलवा जाए तो अच्छा हैं,
ये साल अगर हमको हमसे मिलवा जाए तो अच्छा हैं।
चाहे दिल की बंजर धरती सागर भर आंसू पी जाए
ये साल मगर कुछ फूल नए खिलवा जाए तो अच्छा हैं।
चारो तरफ हो खुशियाँ ही खुशियाँ, मीठी पूरनपोली
और गुजियां ही गुजियां द्वारे सजती सुंदर
रंगोली की सौगात। आसमान में हर तरफ
पतंगों की बरात सभी का शुभ हो नव वर्ष हर बार।
सपनो में आने वाली तेरा शुक्रिया, दिल को
धड़काने वाली तेरा शुक्रिया, कौन करता है
आज जहाँ में किसी से इतनी महोबत हमें अपनी
ज़िंदगी में शामिल करने वाली तेरा शुक्रिया.